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पेरीडॉट रत्न ऑलिव जैसा दिखता है एवं यह सेमीप्रीशियस स्टोन है। पेरीडॉट बुध का रत्न और पन्ना का उपरत्न है। पेरीडॉट प्यार, संवेदनशीलता और अच्छी सोच देने वाला रत्न है। पेरीडॉट तुला राशि के लोगों को सबसे ज्यादा सूट करता है। बुध से संबंधित होने के कारण ये रत्न बुध के शुभ फल को बढ़ाता है। आइए जानते हैं पेरीडॉट पहनने के फायदों के बारे में -:
पेरीडॉट पहनने के लाभ
– वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध के अच्छे व शुभ फल प्राप्त करने के लिए पेरीडॉट रत्न पहना जाता है। जो लोग बुध को प्रसन्न करना चाहते हैं या बुध से संबंधित क्षेत्रों में सफलता पाना चाहते हैं वे पेरीडॉट रत्न धारण करें।
– पेरीडॉट रत्न देखने में भी बहुत सुंदर और आकर्षक होता है। इसे आप ज्वेलरी के रूप में भी पहन सकती हैं।
– पेरीडॉट के न केवल ज्योतिषीय लाभ हैं बल्कि इसमें हीलिंग थैरेपी के भी गुण हैं। इस रत्न को पहनने से शारीरिक शक्ति बढ़ती है। साथ ही जैविक क्रियाओं को बेहतर कर स्वास्थ्य अच्छा करता है।
– पेरीडॉट रत्न जीवन को सुखमय बनाने के साथ-साथ रिश्तों में मजबूती भी लाता है। यह जीवन को खुशनुमा करता है और रिश्तों में मजबूती देता है।
– पेरीडॉट रत्न अस्थमा, साइनस और तनाव में कमी लाता है।
पेरीडॉट की धारण विधि
बुधवार को चांदी की अंगूठी में पेरीडॉट को धारण किया जाता है। कुछ लोग इसे सोने में भी पहनते हैं लेकिन चांदी में धारण करना ज्यादा लाभ देता है। पेरीडॉट कम से कम तीन रत्ती का पहनना चाहिए। इसे दाएं हाथ की छोटी अंगुली में पहनते हैं।
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